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भारत के गवर्नर जनरल एवं वायसराय ।Bharat ke governor general, Hindi GK question answer, triks and tips-2023

दोस्तों यूं तो, भारतीय गवर्नर जनरल एवं वायसराय (Indian governor general) के ऊपर हजारों क्वेश्चन बन सकते हैं, मगर हमने यहां गागर में सागर भरने की कोशिश की है, निम्नलिखित प्रश्न, हमने गतवर्षो कि SSC, UPPCL, UPSSSC, Bank, CPO, CGL, CHSL, MTS,UP Police, Delhi police, DSSSB, की परीक्षाओंं से लिए है, ये प्रश्न आपकी आगामी प्रतियोगी परिक्षाओं में भी लाभकारी सिध्द होंगे ।

Indian governor general 11zon
Indian governor general

सर्वप्रथम, हम आपको भारत के सभी गवर्नर-जनरलों (Governor general) की सूची उनके कार्यकाल और योगदान के बारे में कुछ संक्षिप्त जानकारी प्रदान कर रहें है-

भारत के सभी गवर्नर-जनरलों (Governor general) की सूची एवं उनका कार्यकाल-

गवर्नर-जनरलों (Governor general) की सूची एवं उनका कार्यकाल
1 Warren Hastings (1774-1785)
2.John Macpherson (1785-1786)
3 Lord Cornwallis (1786-1793)
4 John Shore (1793-1798)
5 Lord Wellesley (1798-1805)
6 Marquess Cornwallis (1805-1806)
8. जार्ज वार्लों (1805-1807)
9.लॉर्ड मिंटो (1807-1813)
10 Marquess of Hastings (1813-1823)
8 Earl Amherst (1823-1828)
9 William Bentinck (1828-1835)
10 Charles Metcalfe (1835-1836)
11 Lord Auckland (1836-1842)
12 Earl of Ellenborough (1842-1844)
13 Henry Hardinge (1844-1848)
14 Marquess of Dalhousie (1848-1856)
15 Viscount Canning (1856-1862)
16 Earl of Elgin (1862-1863)
17 John Lawrence (1864-1869)
18 Earl of Mayo (1869-1872)
19 Lord Northbrook (1872-1876)
20 Earl of Lytton (1876-1880)
21 Marquess of Ripon (1880-1884)
22 Marquess of Dufferin and Ava (1884-1888)
23 Marquess of Lansdowne (1888-1894)
24 Earl of Elgin (1894-1899)
25 Lord Curzon (1899-1905)
26 Earl of Minto (1905-1910)
27 Lord Hardinge of Penshurst (1910-1916)
28 Lord Chelmsford (1916-1921)
29 Earl of Reading (1921-1926)
30 Lord Irwin (1926-1931)
31 Earl of Willingdon (1931-1936)
32 Marquess of Linlithgow (1936-1943)
33 Earl Wavell (1943-1947)
34 lord Mountbatten (1947)
भारतीय गवर्नर जनरल सूची

भारत के सभी गवर्नर-जनरलों (Governor general) का क्रमवार संक्षिप्त विवरण

भारत के गवर्नर जनरल एवं वायसरायBharat ke governor general 1

वॉरेन हेस्टिंग्स (1773-1785):

वॉरेन हेस्टिंग्स भारत के पहले गवर्नर-जनरल (first governor general of india) थे जिन्होंने 1773 से 1785 तक 12 वर्षों तक सेवा की। उन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बंगाल के पहले ब्रिटिश गवर्नर रॉबर्ट क्लाइव को बदलने के लिए नियुक्त किया गया था। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने प्रशासन और न्यायपालिका में कई सुधार किए।

इसने फोर्ट विलियम में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की और आपराधिक कानून प्रणाली में सुधार किया। उन्होंने राजस्व सुधारों की शुरुआत करके ईस्ट इंडिया कंपनी की वित्तीय स्थिति में भी सुधार किया। हालाँकि, उनके कार्यकाल को विवादों से चिह्नित किया गया था, जिसमें 1787 में ब्रिटिश संसद द्वारा महाभियोग भी शामिल था।

लॉर्ड कार्नवालिस (1786-1793):

लॉर्ड कार्नवालिस को 1786 में भारत के गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें ब्रिटिश भारतीय सेना के विकास में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने सेना के मामलों की देखरेख के लिए एक अलग सैन्य विभाग की स्थापना की और सेना की संरचना और संगठन में कई सुधार किए। इसने बंगाल में स्थायी बंदोबस्त भी स्थापित किया, जिसका उद्देश्य ईस्ट इंडिया कंपनी की राजस्व मांग को स्थायी रूप से ठीक करना था। उन्होंने कॉर्नवालिस कोड पेश किया, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश भारत के प्रशासन और न्यायपालिका में सुधार करना था।

सर जॉन शोर (1793-1798):

सर जॉन शोर को 1793 में भारत के गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने मराठों और मैसूर साम्राज्य के साथ संबंधों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने मैसूर के टीपू सुल्तान के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसने तीसरे एंग्लो-मैसूर युद्ध को समाप्त कर दिया। उन्होंने युवा ब्रिटिश सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए फोर्ट विलियम कॉलेज की भी स्थापना की।

लॉर्ड वेलेस्ली (1798-1805):

लॉर्ड वेलेस्ली को 1798 में भारत के गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में नियुक्त किया गया था। वह भारत में ब्रिटिश क्षेत्रों के विस्तार के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने सहायक गठबंधन प्रणाली की शुरुआत की, जिसने अंग्रेजों को भारतीय राज्यों की विदेश नीति को नियंत्रित करने की अनुमति दी। उन्होंने भारतीय सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए फोर्ट विलियम कॉलेज की भी स्थापना की। उनके कार्यकाल को कई युद्धों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसमें चौथा एंग्लो-मैसूर युद्ध और दूसरा एंग्लो-मराठा युद्ध शामिल था।

लॉर्ड कार्नवालिस (1805-1805):

लॉर्ड कार्नवालिस गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए भारत लौटे लेकिन पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद उनकी मृत्यु हो गई।

सर जॉर्ज बार्लो (1805-1807): सर जॉर्ज बार्लो को 1805 में भारत के गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध और वेल्लोर विद्रोह सहित कई चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने कई प्रशासनिक और वित्तीय सुधार भी पेश किए।

लॉर्ड मिंटो (1807-1813): लॉर्ड मिंटो को 1807 में भारत के गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने ब्रिटिश क्षेत्रों का विस्तार जारी रखा और एंग्लो-नेपाली युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के वित्तीय मामलों के प्रबंधन के लिए बैंक ऑफ बंगाल की भी स्थापना की।

लॉर्ड मोइरा (1813-1823): लॉर्ड मोइरा को 1813 में भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें हिंदू कॉलेज, एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल और कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की स्थापना में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने प्रशासन और न्यायपालिका में कई सुधार भी किए।

लॉर्ड एमहर्स्ट (1823-1828): लॉर्ड एमहर्स्ट को 1823 में भारत के गवर्नर-जनरल (Governor general) के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें प्रथम एंग्लो-बर्मी युद्ध और भारत में हैजा का प्रकोप शामिल था। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए भारत संग्रहालय की भी स्थापना की

लॉर्ड विलियम बेंटिंक (1828-1835): उन्होंने सती प्रथा के उन्मूलन, अंग्रेजी की आधिकारिक भाषा के रूप में स्थापना, और रैयतवारी प्रणाली की शुरूआत सहित कई सुधारों की शुरुआत की।

सर चार्ल्स मेटकाफ (1835-1836): इसे प्रेस की स्वतंत्रता की स्थापना और शिक्षा के प्रचार में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।

लॉर्ड ऑकलैंड (1836-1842): इसे ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन की स्थापना और सिंध के विलय में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।

लॉर्ड एलेनबरो (1842-1844): इसे भारतीय रेलवे और टेलीग्राफ प्रणाली की स्थापना में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।

सर हेनरी हार्डिंग (1844-1848): इसने प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध और पंजाब के विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

लॉर्ड डलहौजी (1848-1856): इसे डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स की स्थापना, झांसी और नागपुर के विलय और भारतीय रेलवे के निर्माण में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।

लॉर्ड कैनिंग (1856-1862): इसे 1857 के भारतीय विद्रोह के दमन में उनके योगदान और कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास विश्वविद्यालयों की स्थापना सहित कई सुधारों की शुरुआत के लिए जाना जाता है।

लॉर्ड एल्गिन (1862-1863): इसे भारतीय परिषद अधिनियम की स्थापना में उनके योगदान के लिए जाना जाता है, जिसने विधान परिषदों में भारतीयों के प्रतिनिधित्व की अनुमति दी।

सर जॉन लॉरेंस (1864-1869): इसने पंजाब विश्वविद्यालय की स्थापना और सिंध-सागर और गंगा नहर के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

लॉर्ड मेयो (1869-1872): इसे वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट की स्थापना और बंगाल टेनेंसी एक्ट की शुरुआत इसके योगदान के लिए जाना जाता है।

लॉर्ड नॉर्थब्रुक (1872-1876): इसने वित्तीय सुधारों, सार्वजनिक ऋण को कम करने और भारतीय कृषि और ग्रामीण विकास में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया।

लॉर्ड लिटन (1876-1880): व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए नीतियों को लागू किया, भारत में रेलवे नेटवर्क और टेलीग्राफ इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया।

लॉर्ड रिपन (1880-1884): भारतीय श्रमिकों और किरायेदारों के लिए स्थितियों में सुधार करने, सरकार का विकेंद्रीकरण करने और प्रांतीय सरकारों को अधिक स्वायत्तता प्रदान करने के लिए सुधारों की शुरुआत की।

लॉर्ड डफ़रिन (1884-1888): मध्य पूर्व और मध्य एशिया में ब्रिटिश साम्राज्य की उपस्थिति को मजबूत करने और भारतीय प्रांतों के प्रशासन में सुधार करने के लिए काम किया।

लॉर्ड लैंसडाउन (1888-1894): अफगानिस्तान और तिब्बत जैसे पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को सुधारने और भारत में औद्योगीकरण और सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।

द अर्ल ऑफ एल्गिन (1894-1899): भारतीय शिक्षा में सुधार और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार के उपायों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया।

लॉर्ड कर्जन (1899-1905): बंगाल के विभाजन और दिल्ली में एक विश्वविद्यालय की स्थापना सहित प्रशासनिक और शैक्षिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया।

लार्ड मिंटो (1905-1910): भारतीय राजकुमारों के साथ संबंध सुधारने और ब्रिटिश सरकार और भारतीय राष्ट्रवादियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए काम किया।

लॉर्ड हार्डिंग (1910-1916): भारतीय सेना में बड़े सुधारों की देखरेख की और केंद्र सरकार में भारतीय प्रतिनिधित्व को बेहतर बनाने के लिए काम किया।

लार्ड चेम्सफोर्ड (1916-1921): स्थानीय स्वशासन का विस्तार करने और केंद्र सरकार में अधिक से अधिक भारतीय प्रतिनिधित्व पेश करने के लिए सुधारों को लागू किया।

लार्ड रीडिंग (1921-1926): हिंदुओं और मुसलमानों के बीच संबंधों को सुधारने और भारत में सामाजिक और आर्थिक सुधारों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।

लॉर्ड इरविन (1926-1931): केंद्र सरकार में भारतीय प्रतिनिधित्व में सुधार के लिए काम किया और श्रम की स्थिति में सुधार और शैक्षिक अवसरों का विस्तार करने के लिए सुधार पेश किए।

लार्ड विलिंगडन (1931-1936): भारतीय आबादी के लिए आर्थिक विकास और जीवन स्तर में सुधार के साथ-साथ सरकार में भारतीय प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।

लार्ड लिनलिथगो (1936-1944): द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की भागीदारी को देखा और ब्रिटिश साम्राज्य के प्रति भारत की वफादारी बनाए रखने के लिए काम किया।

लार्ड वेवेल (1944-1947): हिंदुओं और मुसलमानों के बीच बढ़ते संघर्ष को हल करने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया और ब्रिटेन से भारत की अंततः स्वतंत्रता की दिशा में काम किया।

लॉर्ड माउंटबेटन(1947)- लॉर्ड माउंटबेटन भारत के अंतिम वायसराय था जोकि 1947 से 1948 तक पद पर आसीन रहा। इसे ब्रिटिश सरकार द्वारा सत्ता के हस्तांतरण और भारत के दो स्वतंत्र राष्ट्रों, भारत और पाकिस्तान में विभाजन की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था।

महत्वपूर्ण गवर्नर जनरल(Governor general) पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी-

1. बंगाल में द्वैध शासन प्रणाली किस गवर्नर ने चलाई थी।

लॉर्ड गवर्नर क्लाइव ने

2. द्वैध शासन प्रणाली खत्म की- 
वारेन हेस्टिंग्स ने
 
3.रेगुलेटिंग एक्ट पारित किया-
वारेन हेस्टिंग्स ने
 
4.किसने मुगल सम्राट को मिलने वाली पेंशन पर प्रतिबंध लगा दिया- वारेन हेस्टिंग्स ने

5.बोर्ड ऑफ रेवेन्यू की स्थापना की थी– वारेन हेस्टिंग्स ने
 
6.नेपाल के साथ संगोली की संधि किसने की- वारेन हेस्टिंग्स

7.विरोधी पिण्डारीओ का पूर्ण दमन किसने किया-
वारेन हेस्टिंग्स ने

8.स्थानीय स्वशासन प्रणाली किसने चलाई-
 लार्ड रिप्पन
 
9.बंगाल की स्थाई बंदोबस्त प्रणाली किससे संबंधित है-
लॉर्ड कार्नवालिस
 
10.श्रीरंगपट्टनम कि संधि 1792, किसके समय में हुई- 
लॉर्ड कार्नवालिस
 
11.भारत में प्रशासनिक सेवा का जनक माना जाता है- 

लॉर्ड कार्नवालिस
 
12.भारत में नागरिक सेवा का जनक माना जाता है-
लॉर्ड कार्नवालिस
 
13.भारतीय विरासत ओं के साथ सहायक संधि किसने शुरू की- लॉर्ड वेलेजली ने
 
14.वेलेजली के साथ सबसे पहले सहायक संधि किसने की- हैदराबाद विरासत ने
 
15.कोलकाता में फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना किसने की- लॉर्ड वेलेजली ने
 
16. अपने आप को बंगाल का शेर कहने वाला गवर्नर- 
लॉर्ड वेलेजली
 ‌‌ 
17.1872 में भारत की प्रथम जनगणना किसने कराई- 

लॉर्ड मेयो 
 
18.1881 से, भारत जनगणना को लगातार कराना किसने शुरू किया- लार्ड रिप्पन
 
19.इल्बर्ट बिल विवाद किससे संबंधित है-
 लार्ड रिप्पन से
 
20.शिक्षा के लिए हंटर आयोग की स्थापना की-
लार्ड रिप्पन ने
 
21.भारत में ब्रिटिश राज्य का संस्थापक-
लॉर्ड क्लाइव
 
22.गेटवे ऑफ इंडिया किस के स्वागत के लिए बनाया गया- 
लॉर्ड जॉर्ज पंचम
 
23.ओवन मेरिडियन किसका उपनाम है- 
लॉर्ड लिटन का
 
24.वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, प्रेस प्रतिबंध लागू किया
 लोर्ड लिटिन
25.किसके समय में प्रेस से प्रतिबंध हटा दिए गए- 
 चार्ल्स मेंटकाफ

26.राज्य हड़प नीति किसने लागू की-  डलहौजी ने
 
27.व्याप्तगत सिद्धांत लागू किया- 
डलहौजी ने
 
28.उत्तराधिकारी गोद लेने की प्रथा बंद की-
 डलहौजी ने
 
29. प्रथम एवं द्वितीय एंगलो सिख युद्ध किसके समय में लड़ा गया, जिसके तहत पूरेेेेेे पंजाब को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया गया- लॉर्ड डलहौजी
 
30 .कुप्रशासन नीति लगाकर, किसके समय में सबसे अधिक  विरासते अंग्रेजी शासन में मिला ली गई-डलहौजी के समय में
 
31.1852 में इनाम कमीशन की स्थापना की- डलहौजी ने
 
32.किसने इनाम कमीशन के तहत भारत की लगभग 20000 जागीरे जप्त कर ली- डलहौजी ने
 
33.किसने भारत में डाक विभाग की स्थापना की- डलहौजी 

34.किसने शिमला को, भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया- डलहौजी ने
 
35.भारतीय रेल का जन्मदाता कहा जाता है-
डलहौजी को
 
36.पंजाब में प्रसिद्ध कूका कांड किसके समय में हुआ- 
लॉर्ड नॉर्थबुक
 
37.1857 के विद्रोह का उत्तरदायित्व जाता है –
 लॉर्ड डलहोजी-
 
38.1857 का विद्रोह किसके समय
 में हुआ- लॉर्ड कैनिंग
 
39.1905 में बंगाल का विभाजन किया-
‌‌लॉर्ड कर्जन ने
 
40.1911मे, बंगाल विभाजन रद्द किया- 
लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय ने
 
 41.पुलिस आयोग की स्थापना किसनेे की- 
 लॉर्ड कर्जन ने
 
42.सिंचाई आयोग की स्थापना किसने की- लॉर्ड कर्जन ने
 
43.भारतीय पुरातत्व विभाग की स्थापना किसने की- 
लॉर्ड कर्जन ने
 
44.किसने सर्वप्रथम भारतीय ऐतिहासिक स्मारकों का इमारतों की मरम्मत कराई- लॉर्ड कर्जन ने
 
45.डूरंड आयोग की स्थापना की-
लॉर्ड डफरिन ने
 
46.भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किसके समय में- 
डिफरिन के
 
47.राज राजधानी कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित किसने की थी-  लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय ने
 
48. किसने दिल्ली दरबार का आयोजन किया था-
हार्डिंग द्वितीय ने
 
49.1996 मुस्लिम लीग की स्थापना किसके समय में- 
 लॉर्ड मिंटो द्वितीय
 
50.किसने बहादुर शाह जफर को कैद करके रंगून भेज दिया  था- लॉर्ड कैनिंग द्वारा 
 
51.1930 में किसके समय में गांधी ने दांडी मार्च किया
 लॉर्ड इरविन
 
52.गांधी ने किसके समय में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया था – इरविन
 
53.गांधी इरविन समझौता हुआ था- 1931मे
 
54.1942 में किसके समय में साइमन कमीशन भारत आया-
 लॉर्ड इरविन
 
55.25 जून 1945 में शिमला सम्मेलन किया – 
लोर्ड वैवेल
 
56.किसने प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस मनाया था- 
 लोर्ड वैवेल
 
57..भारत में अंग्रेजी शिक्षा का जन्मदाता –
 लॉर्ड मेकाले
 
58.भारतीय शिक्षा का मैग्नाकार्टा कहा जाता है-
  वुड डिस्पैच को
 
59.वुड डिस्पैच ऑन एजुकेशन लागू किया- 
 लॉर्ड मेकाले
 
60.1857 में, किसने मुंबई कोलकाता व मद्रास में विश्वविद्यालयों की स्थापना – लॉर्ड कैनिंग
 
61.मुंबई कोलकाता और मद्रास में हाई कोर्ट की स्थापना-
     लॉर्ड कैनिंग के समय
 
62. किसने सर्वप्रथम भारतीय दंड संहिता के तहत आयकर लगाना शुरू किया- लॉर्ड कैनिंग
 
63.किसने भारत शासन अधिनियम 1858, के तहत मुगल सम्राट का पद समाप्त कर दिया-लॉर्ड कैनिंग ने
 
64.1829 में सती प्रथा का अंत किसने किया- 
विलियम बेंटिक
 
65.किसने ठगी प्रथा व बालिका हत्या पर रोक लगा दी- विलियम बेंटिक
 
66.किस गवर्नर जनरल ने दास प्रथा का अंत किया- 

लॉर्ड एलिनब्रो
 
67.किसने कुप्रथा को नरबलि प्रथा को बंद करवा दिया- 
लॉर्ड हार्डिंग
 
68.असहयोग आंदोलन की शुरुआत किसके समय में हुई-
 चेम्सफोर्ड के 
 
69.खिलाफत आंदोलन की शुरुआत हुई- 
चेम्सफोर्ड के समय में
 
70.चंपारण सत्याग्रह किया गया था-
 चेम्सफोर्ड के समय में
 
71.अप्रैल 1919, जलियांवाला बाग हत्याकांड किसके समय-
 चेम्सफोर्ड के समय में

72.1806, में वेल्लोर विद्रोह किसके समय में हुआ-
  सर जॉर्ज बार्लो
 
73.स्वतंत्र भारत का पहला गवर्नर जनरल (first governor general of independent india)
 विलियम बैटिग (नोट- यह ब्रिटिश गवर्नर था, जबकि भारतीय राजगोपाला चार्य थे,स्वतंन्त्र भारत के)
 
74.भारत सरकार अधिनियम 1858 के तहत भारत के  गवर्नर ‌‌जनरल का नाम बदलकर कर दिया गया-
  भारत का वायसराय
 
75.1939 में, सुभाष चंद्र बोस ने किस के समय में फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की- लार्ड लिंनथिलगो
 
76.1940,अगस्त प्रस्ताव पारित हुआ किसके समय में- 
लार्ड लिंनथिलगो
 
77.भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किसके समय में हुआ-
 लार्ड लिंनथिलगो
 
78.1942 में, क्रिप्स प्रस्ताव किसके समय में पारित हुआ- 
 लार्ड लिंनथिलगो
 
79.भारत छोड़ो आंदोलन 1942 किसके समय में शुरू हुआ-
 
लार्ड लिंनथिलगो
 
80.भारत का पहला वायसराय- 
 लॉर्ड कैनिंग
 
81.जून थर्ड प्लान किसने बनाया- 

लॉर्ड माउंटबेटन
 
82.रेडक्लिफ आयोग का गठन किया था- 
 लॉर्ड माउंटबेटन
 
83.1947 भारतीय स्वतंत्रता के समय कौन गवर्नर जनरल था (Who last governor general of india (birtish governer) – लॉर्ड माउंटबेटन
 

84.प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल (first indian man governor general of india) कौन थे (indian man who first governor general of independent india) – 
श्री राजगोपालाचर्य

 
85. भारत के पहले गवर्नर-जनरल (who was the first governor general of india) कौन थे– वारेन हेस्टिंग

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